Details, Fiction and shiv chalisa in hindi

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥

अर्थ: हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद‍्देवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।

लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।

अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।

भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »इस चालीसा को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क more info करें

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

So, we see that chanting of Shiva Chalisa is considerably helpful for your devotees. It can be certainly the best method to obtain the blessings of Lord Shiva. Additionally, chanting of Shiva Chalisa might be undertaken by both Gentlemen and women of all ages.

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन Shiv chaisa कल्याण ॥

1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15

Comments on “Details, Fiction and shiv chalisa in hindi”

Leave a Reply

Gravatar